Saturday, 18 February 2012

कर्म से प्रारब्ध को टाला जा सकता है

संयुक्त सचिव शिक्षा के. के. पाण्डे ने कहा कि भविष्यवाणियां चिंता का विषय होती हैं। भारतीय संस्कृति में कर्म को पिछले जन्म से जोड़ा गया है। कर्म अच्छे है तो कष्ट कम हो जाएगे जन्म पत्री नहीं कर्म पत्री देखें। भविष्यवाणिया आंशिक रूप से सत्य होती हैं वरन देखा जाए तो वह काल्पनिक होती है। date 15 May 2011, video by www.prativad

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